CRPF vs BSF: क्या फर्क है? कब और कहाँ तैनात होते हैं – आसान गाइड

CRPF vs BSF

भारत की सुरक्षा इतनी बड़ी और जटिल है कि इसे संभालने के लिए कई अलग‑अलग अर्धसैनिक बल (Paramilitary Forces) बनाए गए हैं। इनमें सबसे चर्चित दो नाम हैं – CRPF (Central Reserve Police Force) और BSF (Border Security Force)। अक्सर लोग पूछते हैं कि इनमें फर्क क्या है? कौन कहाँ तैनात होता है? कब किसे भेजा जाता है? आज हम इन्हीं सवालों के जवाब आसान हिंदी में समझते हैं, ताकि कोई भी आसानी से समझ सके।

CRPF क्या है? (Central Reserve Police Force)

CRPF (केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल) की स्थापना 27 जुलाई 1939 को हुई थी। यह भारत की सबसे बड़ी अर्धसैनिक फोर्स है, जिसका मुख्य काम है देश के भीतर कानून व्यवस्था बनाए रखना

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मुख्य काम:
भीड़ और दंगे कंट्रोल करना
चुनाव के समय सुरक्षा देना
नक्सल प्रभावित इलाकों में ऑपरेशन
VIP सुरक्षा – प्रधानमंत्री, मंत्री, कोर्ट, संसद जैसी अहम जगहों की सुरक्षा
आतंकवाद से प्रभावित इलाकों में पुलिस की मदद करना
आपदा के समय राहत और बचाव कार्य

खासियत:
देश के किसी भी राज्य में तैनात की जा सकती है
राज्य पुलिस को ज़रूरत पड़ने पर तुरंत मदद
200 से ज्यादा बटालियन – यानी सबसे बड़ी फोर्स

BSF क्या है? (Border Security Force)

BSF (सीमा सुरक्षा बल) का गठन 1 दिसंबर 1965 को हुआ था। इसका मुख्य काम है भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं की सुरक्षा करना

मुख्य काम:
सीमाओं पर निगरानी रखना
घुसपैठ रोकना
तस्करी रोकना
सीमावर्ती गाँवों की सुरक्षा
युद्ध के समय सेना के साथ मोर्चा संभालना
समुद्री और नदीय सीमाओं पर निगरानी

खासियत:
भारत‑पाकिस्तान और भारत‑बांग्लादेश सीमा पर मुख्य तैनाती
ऊँट, नाव, मोटरबोट, ड्रोन जैसे साधनों से निगरानी
रेगिस्तान, जंगल, नदियों और पहाड़ों पर तैनाती

CRPF और BSF के बीच फर्क क्यों?

भारत को अंदर से भी सुरक्षित रखना ज़रूरी है और सीमाओं की रक्षा भी।
CRPF का काम है आंतरिक सुरक्षा, जैसे दंगे, चुनाव, नक्सल ऑपरेशन, VIP सुरक्षा
BSF का काम है सीमाओं पर निगरानी, तस्करी और घुसपैठ रोकना

CRPF कहाँ‑कहाँ तैनात होती है?

नक्सल प्रभावित राज्यों – छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडिशा
चुनाव के समय यूपी, बंगाल, असम, त्रिपुरा जैसे राज्यों में
दिल्ली और दूसरे शहरों में VIP सुरक्षा
जम्मू‑कश्मीर में आतंकवाद प्रभावित इलाकों में
आपदा प्रभावित जगहों पर बचाव कार्य

BSF कहाँ‑कहाँ तैनात रहती है?

पाकिस्तान के साथ 3,300 किमी सीमा
बांग्लादेश के साथ 4,000 किमी सीमा
राजस्थान का रेगिस्तान, गुजरात का सर क्रीक, पंजाब और जम्मू‑कश्मीर की सीमाएँ
नदियों और दलदलों में भी निगरानी
सीमावर्ती गाँवों की सुरक्षा में

CRPF और BSF की खास यूनिट्स

CRPF में:
RAF – भीड़ और दंगे कंट्रोल के लिए
COBRA – नक्सल इलाकों में कमांडो ऑपरेशन
महिला बटालियन – महिला VIP सुरक्षा और महिला भीड़ में काम

BSF में:
Camel Contingent – राजस्थान सीमा पर ऊँट से पेट्रोलिंग
Water Wing – नदी और सर क्रीक क्षेत्र में पेट्रोलिंग
Air Wing – ड्रोन और हेलीकॉप्टर से निगरानी

CRPF और BSF में भर्ती कैसे होती है?

SSC GD Constable, SSC CPO, UPSC CAPF के ज़रिए
लिखित परीक्षा, फिजिकल टेस्ट, मेडिकल टेस्ट
पद – कांस्टेबल, सब‑इंस्पेक्टर, असिस्टेंट कमांडेंट
लड़कियाँ भी भर्ती हो सकती हैं और महिला बटालियन में काम कर सकती हैं

सैलरी और सुविधाएँ

7th Pay Commission के अनुसार वेतन
रिस्क allowance, राशन, मेडिकल सुविधा, आवास
बच्चों की पढ़ाई के लिए मदद
रिटायरमेंट के बाद पेंशन और अन्य फायदे

CRPF और BSF के बड़े मिशन

CRPF के:
ऑपरेशन ग्रीन हंट – नक्सल इलाकों में
ऑपरेशन ऑल आउट – जम्मू‑कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ
बस्तरिया बटालियन – स्थानीय युवाओं की मदद से नक्सल विरोध
ऑपरेशन प्रहार – छत्तीसगढ़ में बड़ा ऑपरेशन

BSF के:
1971 का युद्ध – बांग्लादेश की आज़ादी में भूमिका
ऑपरेशन सर्द हवा – सर्दियों में घुसपैठ रोकना
क्रिक क्रोकोडाइल कमांडो – सर क्रीक में निगरानी
ऊँट पेट्रोलिंग – राजस्थान सीमा पर

CRPF vs BSF का सार

विषयCRPFBSF
मुख्य कामआंतरिक सुरक्षा, दंगे, VIP सुरक्षा, नक्सल ऑपरेशनसीमाओं की रक्षा, घुसपैठ और तस्करी रोकना
तैनातीपूरे भारत मेंसीमाओं पर
VIP सुरक्षाहाँनहीं
बॉर्डर पेट्रोलिंगनहींहाँ

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निष्कर्ष

CRPF देश के अंदर कानून व्यवस्था संभालती है और BSF सीमाओं की सुरक्षा करती है। दोनों का काम अलग‑अलग होते हुए भी भारत को सुरक्षित रखने में बराबर योगदान है। यही वजह है कि हमें इन दोनों पर गर्व है।

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