Dheeraj Kumar, जिनका असली नाम Dheeraj Kochar था, उन्होंने भारतीय सिनेमा और टेलीविजन में ऐसा योगदान दिया जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। 1 अक्टूबर 1944 को जन्मे Dheeraj Kumar ने अपनी मेहनत, लगन और कला के जरिए एक लंबा सफर तय किया। उनका निधन 15 जुलाई 2025 को मुंबई के Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital में हुआ। वे 80 वर्ष के थे और उनके निधन का कारण acute pneumonia बताया गया।
Dheeraj Kumar का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन से ही उन्हें एक्टिंग और सिनेमा का शौक था। 1965 में उन्होंने United Producers और Filmfare द्वारा आयोजित टैलेंट हंट में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में उनके साथ Subhash Ghai और Rajesh Khanna जैसे दिग्गज भी थे। Rajesh Khanna विजेता बने, लेकिन Dheeraj Kumar ने भी फिल्मों की दुनिया में अपनी जगह बना ली। इसी के बाद उनका फिल्मी करियर शुरू हुआ।
Dheeraj Kumar ने कई हिंदी फिल्मों में काम किया और यादगार किरदार निभाए। उनकी प्रमुख फिल्मों में शामिल हैं: Deedar (1970), Raaton Ka Raja (1971), Baharon Phool Barsao (1972), Heera Panna (1973), Roti Kapda Aur Makaan (1974), Swami (1977), Sargam (1979), Kranti (1981), Purana Mandir (1984) और कई अन्य फिल्में।
Swami (1977) में उन पर फिल्माया गया गाना “Ka Karoon Sajani, Aaye Na Balam” आज भी लोगों के दिलों में बसा हुआ है। Roti Kapda Aur Makaan और Kranti जैसी फिल्मों में उनके किरदार ने भी लोगों का दिल जीता।
Dheeraj Kumar ने सिर्फ हिंदी सिनेमा में ही नहीं बल्कि पंजाबी फिल्मों में भी शानदार काम किया। उन्होंने 1970 से 1984 के बीच करीब 21 पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया। Fauji (1976), Sher Puttar (1977), Sehti Murad (1979), Choran Noo Mor (1980) जैसी फिल्में दर्शकों को आज भी याद हैं।
उनकी यह versatility बताती है कि वे हर भाषा और संस्कृति को दिल से अपनाते थे और हर किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाते थे।
1986 में Dheeraj Kumar ने Creative Eye Limited नाम की अपनी प्रोडक्शन कंपनी की स्थापना की। उनका मकसद था भारतीय संस्कृति, पौराणिक कथाओं और सामाजिक कहानियों को टीवी के माध्यम से घर-घर पहुंचाना। Creative Eye Limited के बैनर तले कई हिट सीरियल्स बने, जैसे:
Actor Dheeraj Kumar passed away at 79 in Mumbai
इन सभी सीरियल्स ने दर्शकों को न सिर्फ एंटरटेन किया बल्कि भारतीय परंपराओं, आस्था और परिवार के महत्व को भी दिखाया।
Dheeraj Kumar को असली पहचान मिली जब उन्होंने Om Namah Shivay और Shree Ganesh जैसे पौराणिक सीरियल्स बनाए। इन शोज़ ने भारत के हर कोने में भगवान शिव और गणेश जी की कहानियों को नए तरीके से पेश किया।
ये शोज़ उस दौर में आए जब टीवी पर धार्मिक और पौराणिक सीरियल्स की शुरुआत हो रही थी। उन्होंने दर्शकों को जोड़ने और भारतीय संस्कृति को मजबूत करने का काम किया।
Dheeraj Kumar ने सिर्फ पौराणिक कहानियों तक खुद को सीमित नहीं रखा। उन्होंने Ghar Ki Lakshmi Betiyann, Maayka और Ishq Subhan Allah जैसे सीरियल्स के जरिए सामाजिक मुद्दों और परिवार की कहानियों को भी दिखाया।
Ishq Subhan Allah में उन्होंने तीन तलाक जैसे समकालीन मुद्दे को उठाया, जिससे शो को बहुत सराहना मिली। इससे साबित होता है कि वे समय के साथ बदलते ट्रेंड्स को भी अपनाना जानते थे।
2019 में उन्होंने Ishq Aaj Kal नाम की वेब सीरीज़ भी बनाई। इस वेब सीरीज़ के जरिए उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी अपनी पकड़ बनाई और नई पीढ़ी के दर्शकों तक पहुंचे।
इससे पता चलता है कि Dheeraj Kumar हमेशा नई तकनीक और नए माध्यमों को अपनाने के लिए तैयार रहते थे।
कुछ समय पहले Dheeraj Kumar की तबियत अचानक बिगड़ गई थी। उन्हें तेज बुखार और सांस लेने में तकलीफ के चलते Kokilaben Hospital में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा।
Deccan Chronicle की रिपोर्ट के अनुसार, परिवार ने उस समय सभी से प्रार्थना की थी कि वे दुआ करें और उनकी निजता का सम्मान करें। लेकिन लाख कोशिशों के बाद 15 जुलाई 2025 को उनका निधन हो गया।
Dheeraj Kumar सिर्फ एक अभिनेता या निर्माता नहीं थे, वे एक visionary थे। उन्होंने भारतीय टेलीविजन और सिनेमा को कई यादगार कहानियाँ दीं। उनके बनाए सीरियल्स ने दर्शकों को जोड़कर रखा और भारतीय संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुँचाया।
वे हमेशा कहते थे कि “Content is King” और उन्होंने अपने काम से इसे साबित भी किया।
उनकी यही खासियत थी कि वे समय के साथ बदलते रहे लेकिन अपनी जड़ों को कभी नहीं भूले।
Dheeraj Kumar की कहानी बताती है कि सच्ची मेहनत, लगन और ईमानदारी से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। वे फिल्मों और टीवी दोनों में सफल हुए, और हमेशा दर्शकों के दिलों में जिंदा रहेंगे।
उनकी बनाई कहानियाँ, सीरियल्स और फिल्मों के जरिए वे हमेशा हमारे बीच रहेंगे।
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